कृषि मंत्री ने केंद्र सरकार से समर्थन मूल्य मक्का खरीदी के लिए मांगी मंजूरी:-
Kendra sarkar ki manjuri
समर्थन मूल्य पर मक्का खरीदी:-
रवि फसल में गेहूं प्रमुख फसल है, इसके अलावा चना मसूर तथा मक्की की खरीदी भी बड़े पैमाने पर की जा रही है ।इसके लिए राज्य सरकार ने पिछले वर्ष में मुकाबले इस वर्ष अधिक खरीदी केंद्र बनाए हैं, देश में वर्ष में दो बार मक्की की खेती किया जाता है।
इसके बावजूद भी अभी तक उत्तर भारत दक्षिण कोरिया के किसी भी राज्य में मक्के की खरीदी नहीं की जा रही है ।
इसके बावजूद भी अभी तक उत्तर भारत दक्षिण कोरिया के किसी भी राज्य में मक्के की खरीदी नहीं की जा रही है ।
वर्ष 2019 से 20 मैं केंद्र सरकार के द्वारा मक्की की न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹1760 प्रति क्विंटल घोषित है, खरीदी शुरू नहीं होने के कारण किसान व्यापारियों को मक्का बेचने के लिए मजबूर है।
,इस वर्ष मक्के की न्यूनतम समर्थन मूल्य भी कम मूल्य पर किसान व्यापारी को दे रहे हैं, एक तो पहले से नुकसानी में चल रहे कृषि को और ज्यादा नुकसानी का सामना करना पड़ रहा है।
मक्का उत्पादक किसानों को रहे घाटा को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर राज्य की कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे ने केंद्र सरकार की कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह झूमर को पत्र लिखा ।
,इस वर्ष मक्के की न्यूनतम समर्थन मूल्य भी कम मूल्य पर किसान व्यापारी को दे रहे हैं, एक तो पहले से नुकसानी में चल रहे कृषि को और ज्यादा नुकसानी का सामना करना पड़ रहा है।
मक्का उत्पादक किसानों को रहे घाटा को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर राज्य की कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे ने केंद्र सरकार की कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह झूमर को पत्र लिखा ।
छत्तीसगढ़ कृषि मंडी में मांगी समर्थन मूल्य पर मक्का खरीदी हेतु मंजूरी:-
कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे ने केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखा कि, राज्य के मक्की काश्तकारों की समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने विपन वर्क 2,000 1920 के लिए मक्के का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹1760 प्रति क्विंटल घोषित किया है ,की मंडी भाव अक्सर घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम रहे हैं।
केंद्र सरकार की ओर से एम एस टी पर गरीबी की अनुमति नहीं देने के कारण राज्य के कृषकों को विपत हानि हो रही है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने विपन वर्क 2,000 1920 के लिए मक्के का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹1760 प्रति क्विंटल घोषित किया है ,की मंडी भाव अक्सर घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम रहे हैं।
केंद्र सरकार की ओर से एम एस टी पर गरीबी की अनुमति नहीं देने के कारण राज्य के कृषकों को विपत हानि हो रही है।
इन जिलों में मक्का का उत्पादन प्रमुख रूप से किया जाता है:-
छत्तीसगढ़ मैं मक्का का उत्पादन कई दिनों में किया जाता है। लेकिन कुछ जिलों बड़े स्तर पर मक्का का उत्पादन करता है ,यह जिन्हें इस प्रकार है,कोंडागांव धमतरी जगदलपुर बस्तर कांकेर दुर्ग बिलासपुर कोटा बांसवाड़ा आदि जिले।
राज्य में मक्का का उत्पादन औसत उत्पादन से कम हुआ है:-
छत्तीसगढ़ में मक्का का उत्पादन 12 जिलों में प्रमुखता से किया जाता है ।यहां पर बड़े पैमाने पर मक्की की खेती किया जाता है ।
राज्य की 8.87 लाख हेक्टेयर भूमि में मक्की की औसत उत्पादन 1557 लाख मेट्रिक टन किया जाता है, वर्ष 2019 बीच में अधिक बारिश पानी के कारण मक्की की खेती पर बड़े पैमाने पर असर पड़ा है।
तथा वह क्षेत्र तथा उत्पादन दोनों कम हुआ है। वर्ष 2019 में बुवाई क्षेत्रफल 8.75 लाख हुआ है तो उत्पादन 11 दशमलव 70 लाख मैट्रिक टन रहा है।
राज्य की 8.87 लाख हेक्टेयर भूमि में मक्की की औसत उत्पादन 1557 लाख मेट्रिक टन किया जाता है, वर्ष 2019 बीच में अधिक बारिश पानी के कारण मक्की की खेती पर बड़े पैमाने पर असर पड़ा है।
तथा वह क्षेत्र तथा उत्पादन दोनों कम हुआ है। वर्ष 2019 में बुवाई क्षेत्रफल 8.75 लाख हुआ है तो उत्पादन 11 दशमलव 70 लाख मैट्रिक टन रहा है।
इस प्रकार छत्तीसगढ़ की आर्थिक व्यवस्था को केंद्र सरकार द्वारा रखते हुए पत्र लिखा गया है, ताकि छत्तीसगढ़ की मक्की की फसल में अधिक मुनाफा हाजिर कर सके ।
0 Comments
इस पोस्ट के बारे में आपकी क्या राय है...