patsan-ki-kheti-kaise-kare





पट्सन की खेती कैसे करे (patsan-ki-kheti-kaise-kare) 


यह हृदय रोग हाइपरटेंशन गठिया अल्जाइमर मधुमेह आदि रोगों की जोखिम से आपको बचा सकता है इसमें ऐसी एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं मीणा 5 के बाद महिलाओं के लिए खासे उपयोग साबित होते हैं। ओमेगा 3 उम्र की महिलाओं के लिए सबसे स्वास्थ्य कर फैट है।

हर कोई मोटा होने से चिंतित रहता  है खास तौर पर महिलाएं। यह आम धारणा है कि फैट खाने से मोटे हो जाएंगे। लेकिन वास्तव में यह सच नहीं है। जबकि बहुत कम फैट वाली खुराक खाने से आप कमजोर हो जाएंगे। ओमेगा 3 इन औरतों के लिए बहुत बढ़िया विकल्प है जो सेहतमंद व प्रसन्न जीवन व्यतीत करने के लिए प्रयासरत है। 

हमारे शरीर की हर इंच को ओमेगा-3 से लाभ मिलता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड के तीन प्रकार होते हैं  बीएचपी EPF Jo ईपीए और फिर डी एच ए में परिवर्तित हो जाता है। वनस्पति आधारित ओमेगा 3 फैटी है जो की शाकाहारियों के लिए सर्वोत्तम विकल्प है। 

इनकी अन्य प्रकार यानी डी एच ए व ई पी ए मछली में पाए जाते हैं। गौरतलब है कि मछली  मैं ALA नहीं होता है,Omega 3 fatty acid polyunsaturated fatty acids kahlate Hain Kyunki ki yah Sharir dwara Nahin banae Jaate. 

patsan-ki-kheti-kaise-kare

 आधारित ओमेगा 3 फैटी एसिड कैंसर से लड़ते हैं। यह ट्यूमर की वृद्धि को धीमा कर देते हैं विशेषकर स्तन एवं आपके कैंसर में। ए एल आधारित ओमेगा 3 कुदरती एंटी इन्फ्लेमेटरी एजेंट है  जो कोशिकाओं के परिवर्तन को रोकता है और कैंसर पनपने की आशंका को 56% तक कम करती है। यानी अगर कैंसर की आशंका को कम करना है तो अपनी डाइट में ओमेगा-3 की मात्रा को बढ़ाने से बेहतर उपाय कुछ और नहीं हो सकता है।


पीरियड की समस्याएं(Problems of the period) 


रजोनिवृत्ति के वक्त कई समस्याएं उभर आती है जैसे कि ऑस्टियोपोरोसिस दिल की बीमारी योनि का सूखापन त्वचा व बालों का पतला होना जोड़ों में दर्द और सूची आंखें पूर्वी राम इन सभी समस्याओं से निजात पाने में ओमेगा-3 सप्लीमेंटेशन सहायता सिद्ध होते हैं। 

करीब 70% महिलाओं को पीरियड के दौरान  गर्व  snow हॉट सेक्सी जोड़ना पड़ता है। ओमेगा 3 इन हार्ट सड़क को मैनेज करने में मदद करते हैं और अधेड़ उम्र महिलाओं की जीवन की गुणवत्ता सुधारते हैं। यानी मेनोपॉज के वक्त होने वाली अधिकांश परेशानियों को कम करने में ओमेगा-3 उपयोगी साबित हो सकता है।


 ऑस्टियोपोरोसिस(osteoporosis) 


महिलाओं से जुड़ी यह एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो पीरियड्स के दौरान ज्यादा परेशानी करनी होती है। इसके अलावा की महिलाओं में 40 साल के बाद हड्डियां से जुड़ी परेशानियां कैल्शियम की कमी के कारण बढ़ जाती है।  ए एल ए आधारित Omega 3 फैटी इसकी रोकथाम एवं इलाज के अलावा तथा हड्डियों के पुनर्निर्माण में मदद करते हैं।

 एक एजेंट है जो कोशिकाओं की परिवर्तन को रोकता है और कैंसर पनपने की आशंका को 56% तक कम कर सकती है यानी अगर कैंसर की आशंका को कम करना है तो अपनी डाइट में ओमेगा-3 की मात्रा को बढ़ाने से बेहतर उपाय कुछ और नहीं हो सकता।


हर उम्र की महिलाओं के लिए फायदेमंद(Beneficial for women of every age) 


ALA आधारित ओमेगा-3 हर उम्र की महिलाओं के लिए फायदेमंद है सालों से ओमेगा 3 फैटी एसिड तो पीरियड के दौरान होने वाले दर्द मोनोपॉज और कैंसर के कारगर माना जाता है और विराम पर अधिकांश लोग ओमेगा 3 फैटी एसिड की गुणों से वाकिफ नहीं है ।

खासकर इसलिए कि इतने वर्षों में उन्होंने यही सुना समझा है कि फैट सेहत के लिए बुरा है। सूत्र बताते हैं कि जिन महिलाओं को पीरियड के दौरान काफी दर्द होता है उनकी खून में ओमेगा 3 फैटी एसिड का स्तर कम होता है

 बांझपन और संतान का वक्त से पहले जन्म आदि महिलाओं से जुड़े अहम मुद्दे है पूर्वी राम ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर खुराक गर्भाधान की संभावनाओं को बढ़ाती है शोध बताते हैं कि ओमेगा-3 को संपूरक आहार के तौर पर लेने से गर्भाशय की एंडोमेट्रियल सेल्स लाइनिंग में प्लाटिंग घटाने में मदद मिलती है।

 इससे निश्चित डिंबो को इंप्लांट्स करने की मदद में वृद्धि होती है। इससे अतिरिक्त ओमेगा थी समय जन्म के जोखिम को 50% तक कम करते हैं। इससे गर्भावस्था की अवधि बढ़ सकती है और जन्म के समय बच्चों का वजन भी बढ़ता है क्योंकि गर्भाशय में रक्त प्रवाह बेहतर हो जाता है। 

गर्भवती महिला द्वारा ओमेगा-3 का सेवन करने से उनका मानसिक विकास अच्छी तरह से होता है और यह फायदा जन्म के बाद भी जारी रहता है। इससे प्राप्त के बाद होने वाले अवसाद का जोखिम भी कम होता है 

 ह्रदय रोग(heart disease) 


40 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को हृदय रोग का खतरा अधिक रहता है। आधारित ओमेगा 3 फैटी एसिड्स दिल को सेहतमंद रखने के लिए लाभदायक होता है यह हार्ट रेट को कम कर देते हैं जिससे अचानक दिल का दौरा पड़ने का जोखिम कम होता है विराम पूछा ट्रेड से अचानक मौत की आशंका बढ़ जाती है

 ओमेगा 3 के फैटी एसिड के स्त्रोत(Sources of fatty acids of omega 3) 

  • ठंडे पानी की मछली जैसी सालमन क्यों ना आदि।  sun पटसन  अलसी के बीज और इनका तेल।
  •  कनोला तेल rapeseed Rai Safed sarson soybean ka tel. 
  • कछु इसकी बीज का तेल l
  • समुद्री उत्पाद जैसी कृपा सेवा आदि में भी ओमेगा-3 मिलता है।  

 किसानों का सलाहकार:-

Post a Comment

1 Comments

इस पोस्ट के बारे में आपकी क्या राय है...