बैगन वा टमाटर(Baigan-tometo-fasal-kaise-kare)
बैगनवा टमाटर की खेती 12 महीने में होती है इसलिए इनको नगदी फसल भी कहते हैं हालांकि इस बार उत्पादन होने पर मुंह में पानी आती है तो कभी कम फसल होने पर आसमान छूने लगते हैं। बैगन मधुमेह रोगियों के लिए लाभप्रद है। टमाटर में विटामिन देवासी प्रचुर मात्रा में होता है। दोनों फसलों के लिए आमतौर पर गर्म जलवायु की आवश्यकता होती है।
बैगन की खेती(Cultivation of wagon) :-
- बैगन की खेती के लिए दोमट मिट्टी सर्वोत्तम है भूमि में भुरभुरा ओपन और जल निकास अच्छा होना चाहिए।
- कृषि सिंचाई की एक हेक्टेयर की पौधा तैयार करने के लिए 1 मीटर चौड़ाई तथा 3 मीटर लंबी लगभग 15 से 20 क्यारियों की जरूरत होती है। नर्सरी वाले स्थान को अच्छी प्रकार से आदि की जरूरत के अनुसार डाल दें।
- अगर पुत्र कृमि रोग की समस्या हो तो 8 से 10 ग्राम कार्बो क्यूरॉन 3G प्रति वर्ग मीटर की दर से भूमि में मिला दे।
- नर्सरी की क्यारियों भूमि से 10 से 15 सेंटीमीटर उनकी बनानी चाहिए। एक हेक्टेयर में पौधारोपण रोपाई के लिए 400 से 500 ग्राम बीच की जरूरत होती है।
टमाटर की खेती(Tomato cultivation) :-
- टमाटर की बीजों को सीधे खेत में ना वह कर पहले नर्सरी में बोया जाता है
- इसके लिए 1 मीटर चौड़ी व 5 मीटर लंबी उधर से 15 सेंटीमीटर ऊंची कुंवारिया बनाई जानी चाहिए।
- बीज बोने से पहले खेतों में खाद डालें।
गर्मी की फसल के लिए दिसंबर जनवरी और सर्दी की फसल के लिए सितंबर में बुवाई करें।
एक हेक्टेयर में पौधारोपण के लिए 400 से 500 ग्राम बीच की जरूरत होती है।
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